Listening to पियूष मिश्रा from Gangs of Wasseypur
Loved the last stanza (last one minute or so)
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होनी और अनहोनी की परवाह किसे है मेरी जाँ,
हद से ज़्यादा ये ही होगा, के यहीं मर जायेंगे
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Afterall हद से ज़्यादा यही हो सकता है. "के यहीं मर जायेंगे"
और इसमे कोई हैरानी की बात भी नहीं है-------ऐसा तो होगा ही, "की यही मर जायेंगे,"
जो भी हुए पैदा
सो होनी और अनहोनी परवाह की कैसी
The worst case scenario is a certainity.
So stop weighing pros and cons, and take risks.
Loved the last stanza (last one minute or so)
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होनी और अनहोनी की परवाह किसे है मेरी जाँ,
हद से ज़्यादा ये ही होगा, के यहीं मर जायेंगे
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Afterall हद से ज़्यादा यही हो सकता है. "के यहीं मर जायेंगे"
और इसमे कोई हैरानी की बात भी नहीं है-------ऐसा तो होगा ही, "की यही मर जायेंगे,"
afterall ऐसा कोई नहीं जो यही ना मरा हो
वो सब यही मरे
The worst case scenario is a certainity.
So stop weighing pros and cons, and take risks.
1 comment:
Ik Bagal Mei Chand Hoga...
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